SIDH KUNJIKA NO FURTHER A MYSTERY

sidh kunjika No Further a Mystery

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People that study Devi Mahatmya without having this prayer of Kunjika will not reach the forest of perfection as they may weep alone without any a person to shield or defend them.  

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।

विच्चे चा ऽभयदा नित्यं, नमस्ते मन्त्ररूपिणि।।

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

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